The best Side of Shodashi
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Oh Lord, the master of universe. You tend to be the Everlasting. You are definitely the lord of all the animals and all the realms, you might be the base from the universe and worshipped by all, with out you I'm no person.
This classification highlights her benevolent and nurturing facets, contrasting Together with the intense and delicate-intense natured goddesses in the team.
हस्ते पङ्केरुहाभे सरससरसिजं बिभ्रती लोकमाता
अष्टमूर्तिमयीं वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥८॥
षोडशी महाविद्या : पढ़िये त्रिपुरसुंदरी स्तोत्र संस्कृत में – shodashi stotram
ऐसा अधिकतर पाया गया है, ज्ञान और लक्ष्मी का मेल नहीं होता है। व्यक्ति ज्ञान प्राप्त कर लेता है, तो वह लक्ष्मी की पूर्ण कृपा प्राप्त नहीं कर सकता है और जहां लक्ष्मी का विशेष आवागमन रहता है, वहां व्यक्ति पूर्ण ज्ञान से वंचित रहता है। लेकिन त्रिपुर सुन्दरी की साधना जोकि श्री विद्या की भी साधना कही जाती है, इसके बारे में लिखा गया है कि जो व्यक्ति पूर्ण एकाग्रचित्त होकर यह साधना सम्पन्न कर लेता है उसे शारीरिक रोग, मानसिक रोग और कहीं पर भी भय नहीं प्राप्त होता है। वह दरिद्रता के अथवा मृत्यु के वश में नहीं जाता है। वह व्यक्ति जीवन में पूर्ण रूप से धन, यश, आयु, भोग और मोक्ष को प्राप्त करता है।
हस्ताग्रैः शङ्खचक्राद्यखिलजनपरित्राणदक्षायुधानां
॥ अथ श्री त्रिपुरसुन्दरीवेदसारस्तवः ॥
The story is a cautionary tale of the strength of desire plus the necessity to create discrimination via meditation and pursuing the dharma, as we development within our spiritual route.
By embracing Shodashi’s teachings, people today cultivate a lifetime enriched with objective, check here adore, and relationship to the divine. Her blessings remind devotees from the infinite splendor and knowledge that reside within just, empowering them to Are living with authenticity and Pleasure.
हंसोऽहंमन्त्रराज्ञी हरिहयवरदा हादिमन्त्रार्थरूपा ।
The worship of Tripura Sundari is really a journey towards self-realization, where by her divine attractiveness serves as being a beacon, guiding devotees to the final word reality.
Just after falling, this Yoni on the Hill, it transformed into a stone for the good thing about human being but it's explained that also secretion of blood prevails periodically as if Goddess menstruates.
यह साधना करने वाला व्यक्ति स्वयं कामदेव के समान हो जाता है और वह साधारण व्यक्ति न रहकर लक्ष्मीवान्, पुत्रवान व स्त्रीप्रिय होता है। उसे वशीकरण की विशेष शक्ति प्राप्त होती है, उसके अंदर एक विशेष आत्मशक्ति का विकास होता है और उसके जीवन के पाप शान्त होते है। जिस प्रकार अग्नि में कपूर तत्काल भस्म हो जाता है, उसी प्रकार महात्रिपुर सुन्दरी की साधना करने से व्यक्ति के पापों का क्षय हो जाता है, वाणी की सिद्धि प्राप्त होती है और उसे समस्त शक्तियों के स्वामी की स्थिति प्राप्त होती है और व्यक्ति इस जीवन में ही मनुष्यत्व से देवत्व की ओर परिवर्तित होने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर लेता है।